इस बार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जनता खुद चुनाव लड़ रही है- उज्जवल रमण
करछना विधानसभा को फिर से आदर्श विधानसभा बनाना मेरी प्राथमिकता.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने चरम पर है. सभी सियासी पार्टियाँ अपने अपने जीत के दावे कर रही है. इसी विषय पर आज हमारे संवाददाता ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, पूर्व कैबिनेट मंत्री और करछना विधानसभा से वर्तमान विधायक और प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह से विस्तार से चर्चा हुई. पेश है उसके महत्वपूर्ण अंश…
प्रश्न- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके है. समाजवादी पार्टी की क्या स्थिति है.
उत्तर- समाजवादी पार्टी मजबूत स्थिति में है. वास्तव में इस बार का चुनाव भारतीय जनता पार्टी बनाम जनता है. पिछले 5 सालो में योगी सरकार ने जिस तरह से जनता का शोषण किया है, ऐसा मेरे राजनीतिक जीवन में कभी नही हुआ. किसानो का अपनी फसल की कीमत माँगने पर उन्हें आन्दोलनजीवी और देशद्रोही कहकर अपमानित कर रहे है, युवा रोजगार मांग रहे है तो उन्हें लाठियों से पीटा जा रहा है. जनता हर चरण में इस निरंकुश सरकार को हटाने के लिए तैयार बैठी है.
प्रश्न- सदन के अंदर खुलेआम आपको मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा में आने का प्रस्ताव दिया था, इसका मतलब क्या समझा जाय की करछना के अंदर भाजपा के पास आपका विकल्प नही है.
उत्तर- करछना विधानसभा के राजनीतिक इतिहास में भाजपा कभी भी यहाँ से चुनाव नही जीत पाई है, शायद इसीलिए उन्होंने ऐसा कहा होगा. रही बात मेरे विकल्प की तो शायद नही ही रहा होगा, तभी तो करछना में हेलीकाप्टर से प्रत्याशी उतारा गया है. हम लगातार करछना के बेहतरी और विकास के लिए काम करते रहे है और करने के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रश्न- 2017 के विधानसभा चुनाव में आप रिकार्ड मतो से जीते थे, अगर करछना की जनता आपको फिर से चुनकर सदन में भेजती है तो आपके पास करछना के विकास का क्या मॉडल है.
उत्तर- करछना विधानसभा मेरा घर है और वहाँ के लोग मेरा परिवार है. भाजपा सरकार ने पिछले 5 साल करछना के साथ सौतेला व्यवहार किया. मेरे द्वारा किये गये तमाम विकास कार्य को इन्होने रोकने का काम किया है. प्रयाग स्टेट यूनिवर्सिटी का नाम तो बदल दिया लेकिन उसके विनिर्माण के गति को बंद कर दिया. सरस्वती हाईटेक सिटी के काम को भी बंद कर दिया है, जो क्षेत्र के लोगो के लिए रोजगार सृजन का काम करता. समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर ये सभी योजनाओं की तीव्र गति प्रदान की जायेगी और किसानो और युवाओं के बेहतरी के लिए काम किया जायेगा.
प्रश्न- नैनी औद्योगिक क्षेत्र आपके विधानसभा क्षेत्र के लोगो के लिए रोजगार का एक बड़ा केंद्र है जहाँ पिछले 3 वर्षो में 20 से ज्यादा कम्पनियाँ बंद हो गई है. जिससे आपके क्षेत्र में रोजगार का संकट पैदा हो गया है. इसके लिए आप किसे दोषी मानते है.
उत्तर- ये सरकार फेकू और बेचू सरकार है. इन्हें सिर्फ झूठ बोलना और बनी बनाई सरकारी सम्पत्ति को बेचना आता है. ये सिर्फ चंद पूंजीपतियों के लिए सरकार चला रहे है. इन्हें रोजगार सृजन हो, इसके लिए कोई काम नही करना है. निःसंदेह इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार जिम्मेदार है. समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर हम लघु और कुटीर उद्योग की एक श्रृंखला खोलेंगे, जिससे हमारे क्षेत्र के लोगो को रोजगार के लिए दिल्ली मुंबई न जाना पड़े.
प्रश्न- आपके विधानसभा क्षेत्र में निषाद समाज के लोगो की नाव प्रशासन द्वारा तोड़ी गयी थी, जिसपर आपकी और प्रशासन में तीखी नोक झोक हुई थी. वो पूरा मामला क्या था.
उत्तर- उस घटना में जिला प्रशासन द्वारा हमारे क्षेत्र के निषाद समाज के लोगो पर अवैध खनन का आरोप लगाकर उनकी नाव को तोडा गया और महिलाओं बच्चो और बुजुर्गो पर लाठी चार्ज कराया गया था, जबकि मुख्य अभियुक्त को सरंक्षण दे रखा था. हमने इस विषय को सदन में भी उठाया लेकिन राज्य सरकार ने उन गरीब नाविकों की कोई आर्थिक सहायता नही की थी. तब हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात करके उन गरीब नाविक और उनके परिवार को आर्थिक सहायता कराई और प्रशासन को सख्त लहजे में बोल दिया की ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो नही तो बड़ा आन्दोलन होगा.
प्रश्न- 2007 तक करछना विधानसभा की गणना सूबे की आदर्श विधानसभा में होती थी, लेकिन उसके बाद करछना लगातार विकास की दौड़ में पिछड़ता रहा. इसका क्या कारण है.
उत्तर- करछना विधानसभा में 2007 तक हमने बतौर विधायक क्षेत्र का बहुमुखी विकास किया था. हर घर नल और हर खेत तक जल पहुंचाने का काम किया था. उसके बाद के विधायको ने जाति को आधार बनाकर मामूली अंतर से चुनाव तो जीत लिया लेकिन वो करछना को अपना न सके. उन्होंने न कभी क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाया और न कभी यहाँ की मूलभूत सुविधाओं के लिए काम किया, जिसका परिणाम ये हुआ की करछना विधानसभा लगातार पिछड़ता गया. 2017 के बाद एक बार फिर करछना की जनता ने अपना आशीर्वाद देकर सदन में भेजा तो लगातार हमने सदन के अंदर क्षेत्र की समस्याओं को रखने का काम किया है. विधानसभा में सबसे ज्यादा प्रश्न पूछने वाला विधायक मैं ही था. मैं आपके माध्यम से अपने विधानसभा के लोगो को आश्वस्त कर देना चाहता हूँ की उनका बेटा करछना का पुराना गौरव फिर से वापस दिलाएगा और आदर्श विधानसभा की सूची में फिर से लेकर आएगा.
प्रश्न- बढती महंगाई और बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है. अगर आपकी सरकार बनती है तो इसके लिए आपके पास क्या योजना है.
उत्तर- निःसंदेह ये बड़ा मुद्दा है. जब जब बीजेपी सत्ता में आई है देश में महंगाई बढ़ी है उसका सबसे बड़ा कारण इनका पूंजीपतियों के प्रति प्रेम है. चरणबद्ध तरीके से हम इनदोनो समस्याओं को कम करेंगे. हमने अपने वचन पत्र में युवाओं को रोजगार कैसे दिया जाएगा, उसका स्पष्ट उल्लेख है. सरकारी नौकरियों में तत्काल प्रभाव से रिक्तियों को भरा जाएगा. इसके अलावा आईटी सेक्टर में भी बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन किया जाएगा. उत्तर प्रदेश की जनता जानती है की समाजवादियो ने जो भी वादा किया है, उसको हमेशा निभाया है. हम जुमलेबाजी नही करते है.
प्रश्न- मोदी सरकार 2022 तक किसानो की आय दुगुनी करने वाली थी लेकिन अपने बजट में उन्होंने किसानो की आय को कोई चर्चा भी नही की वही खाद पर मिलने वाले सब्सिडी में भारी कटौती कर दी है, इसे आप कैसे देखती हो.
उत्तर- भाजपा सरकार बिलकुल किसान विरोधी है. इन्होने किसानो की आय दुगुनी कहकर आधी भी नही छोड़ी. आवारा पशु किसानो की पूरी फसल खा रहे है लेकिन इसके लिए इनके पास कोई कार्य योजना नही है. इन्होने कृषि उपकरणों पर टैक्स लगाया, इसके बाद खाद के दाम बढ़ा दिए. बिजली के दाम बढ़ाकर तो इन्होने किसानो की कमर ही तोड़ दी. इन्होने कब अपना कहा पूरा किया है. देश में काला धन आज तक नही ला पाए. 100 स्मार्ट सिटी आज तक नही बन पाए. देश में कोई गाँव आदर्श ग्रामसभा नही बन पाया.
प्रश्न- उत्तर प्रदेश में एक मान्यता है की जिसने इलाहाबाद की सीटे जीती वही लखनऊ में सरकार बनाता है, इसबार प्रयागराज की कितने सीट पर साईकिल दौड़ेगी.
उत्तर- प्रयागराज की सभी सीटो पर साईकिल दौड़ेगी. समाजवादी पार्टी इस बार 2012 विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा सीट जीतेगी इसबार. आप खुद देखिये भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की वाक् शैली बदल चुकी है. खुद को विकास पुरुष कहने वाले योगी जी एक बार फिर से राम के नाम पर वोट मांग रहे है. ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे है. ये इनकी झुंझलाहट है.