चुनाव आयोग कर रही लोकतंत्र की हत्या का काम: मायावती
चुनाव आयोग की कार्रवाई पर भड़की बसपा प्रमुख, मायावती ने देवबंद में एक रैली के दौरान मुस्लिमों से अपने वोट को न बंटने देने की अपील करने के बाद लगाया गया था प्रतिबंध
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने चुनाव आयोग द्वारा उनपर अगले 48 घंटों तक किसी भी तरह के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने को गलत बताया है। उन्होंने सोमवार को चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि जिस तरह से चुनाव आयोग काम कर रही है यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी और अमित शाह पर भी निशाना साधा। मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग ने अमित शाह और पीएम मोदी को लोगों के बीच नफरत फैलाने की खुली छूट दी हुई है। मुझे तो ऐसा लगता है कि जब इन दोनों की बात आती है तो चुनाव आयोग अपने कान और आंख बंद कर लेती है।
बसपा प्रमुख का यह बयान चुनाव आयोग की उस कार्रवाई के बाद आया है जिसके तहत मायावती पर बैन लगाया गया है। बता दें कि पिछले सप्ताह मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ मिलकर देवबंद में एक रैली की थी। इसी रौली के दौरान उन्होंने मुस्लिमों से अपने वोट को न बंटने देने की बात कही थी। इसी भाषण के बाद चुनाव आयोग ने मायावती को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया था।
हालांकि, मायावती ने कहा कि मैंने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मैनें उस रैली के दौरान किसी से भी जाति या धर्म के आधार पर वोट नहीं मांगा है। मैंने सिर्फ मुसलमानों से यह अनुरोध किया था कि वह मतदान के दौरान अपने मतों को बंटने ने दें। मैं आपको एक बार फिर बदा देना चाहती हूं कि उस दिन मैंने जो कहा वह किसी जाति या धर्म के आधार पर वोट लेने के लिए नहीं कहा था। लेकिन चुनाव आयोग इस पूरे मामले को बढ़ा-चढ़ा कर देख रहा है। चुनाव आयोग द्वारा मायावती पर 48 घंटे का बैन लगाने का साफ मतलब यह है कि वह गठबंधन की आगरा में होने वाली रैली में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। आगरा में मंगलवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है।
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