कुम्भ: शाही स्नान के एक दिन पहले खुली शासन-प्रशासन की कलई
प्रयागराज। कुंभ मेले में शाही स्नान से ठीक एक दिन पहले दिगंबर अनी अखाड़े में लगी आग ने शासन-प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है। हजारों करोड़ की लागत से करीब सालभर से अर्द्धकुम्भ को कुम्भ बनाने में प्रदेश सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। लेकिन उनकी सारी तैयारियों की पोल सोमवार दोपहर में दिगंबर अखाड़े में लगी आग ने खोलकर रख दी। आग लगने से घंटों अफरा तफरी का माहौल बना रहा। अखाड़े के एक हिस्से पर बने पंडालों को आग ने चपेट में लिया, आग की लपटें देख सुरक्षाकर्मियों के साथ दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचने लगी। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बताया जा रहा है कि आग गैस सिलेण्डर फटने के कारण लगी है।

15 जनवरी को पहला शाही स्नान है। इसकी तैयारियों में सभी अखाड़े लगे हुए हैं। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे दिगंबर अनि अखाड़े की रसोई में काम चल रहा था। इसी दौरान सिलेंडर से पांडाल में आग लग गई। देखते ही देखते तेज हवा के कारण आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और पंडाल जल गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस बल और दमकल की गाड़ियां पहुंच गई। आग बुझाने का प्रयास जारी था। दमकल विभाग की कोशिश है कि आग अन्य पंडालों में न फैले, लेकिन तेज हवा के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। योगी ने कुंभ के लिए ध्वज पूजन सेक्टर 15 स्थित दिगंबर अनि अखाड़े में ही की थी।
- जल गये नोट
दिगंबर अनी अखाड़े के संत ने बताया कि इस आग में करीब 25 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं जब आग पर काबू पाए जाने के बाद संतों ने समान को खंगाला, तो वहां उन्हें बड़ी रकम जली हुई मिली। 10 रुपये, 50 रुपये, 200 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों की गड्डियां संतों ने आधी जली हुईं निकालीं, तो देखने वाले लोग भी हैरान रह गए। हालांकि अभी तक ये साफ किसी ने नहीं किया है कि इस आग में कुल कितने नोट जले।
- Design